माननीय अभिभावको और प्रिय छात्राओ !
नये सत्र 2023-24 में आपका हार्दिक अभिनन्दन एवं मंगल कामना !
इस आकर्षक एवं भव्य संस्थान में आने वाली प्रत्येक नव प्रवेशित बालिका में यह जानने की उत्सुकता रहती है कि यह संस्थान उसे क्या देगा? संस्थान छात्रा हितों के लिए प्रतिबद्ध एवं प्रयासरत है। 26 फरवरी, 1986 को अपनी स्थापना के पश्चात संस्थान अपनी विकास यात्रा के 37 वर्ष पूर्ण कर 38वें वर्ष में गतिमान है। इस अवधि में संस्थान ने विकास के कई चरण पूरे किये हैं और परिणाम स्वरूप महिला शिक्षा और सशक्तिकरण की संस्थान की प्रतिबद्धता में अनेक संभावनाएं समाहित हो चुकी है। एक समय था जब हमारी कोई प्रतिस्पर्धी संस्था नहीं थी किन्तु अब ऐसा नहीं है। सरकारी और निजी क्षेत्र में शिक्षण संस्थाएं बहुत तेजी से बढ़ती जा रही हैं। इस प्रतिस्पर्धा के युग में मेरी कार्यकारिणी का यह प्रयास होगा कि संस्था के आधार वाक्य “सस्ती ही नहीं सबसे अच्छी भी” को चरितार्थ कर शिक्षण की गुणवता बढाकर और छात्रावासों में छात्राओं के अनुशासन पर कड़ी निगरानी रखते हुए कई सुविधाएं बढ़ायी जायेंगी।
मेरा यह प्रयास रहेगा कि संस्थान में पढने वाली प्रत्येक छात्रा भले ही वो छात्रावास में रहे अथवा Day Scholar हो उसका जीवन अविस्मरणीय अर्थात यादगार बने।
छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के लिए इस प्रकार की व्यवस्था की गई है कि उन्हें पता ही नहीं चलेगा कि दिन-रात कैसे गुजर गये एक तरफ पढने के लिए स्वाध्याय लाईब्रेरी पौष्टिक शुद्ध ताजा भोजन के बाद खेल, जिम, योग एवं संगीत की सुविधायें उपलब्ध होंगी।
इस परिसर में छात्राएँ जीवन में उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों को आत्मसात करें। स्वावलम्बन व नैतिक सुदृढता के माध्यम से अपने स्वयं व संस्थान की परिवार व समाज में महत्ती भूमिका अदा करें। तार्किक चिन्तन के माध्यम से जीवन में सही समय पर उचित निर्णय लेकर भावी जीवन को सुखमय व आनन्ददायी बनाने का सार्थक प्रयास करें। सामाजिक जीवन का रास्ता बड़ा ही चुनौतीपूर्ण व पथरीला / कांटों भरा है, अतः शिक्षा के माध्यम से अपने आपका सर्वांगीण विकास करते हुए समाज में सार्थक परिवर्तन की चुनौती को स्वीकार करते हुए एक आदर्श समाज की स्थापना करें। इस पावन प्रयास में संस्थान का निर्देशन व माध्यम एक मील का पत्थर साबित होगा। आपके जीवन की यात्रा
धैर्य एवं ऊर्जा से लबरेज हो एवं उन्नति की और चलायमान हो, यही मेरी कामना है।